जमशेदपुर : वन विभाग ने तेंदुए की खाल की तस्करी करने वाले 8 तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह तस्कर गुमला से गिरफ्तार किए गए हैं। इन तस्करों में से दो चाईबासा के और चार गुमला के रहने वाले हैं। यह लोग गुमला के बाघ रिजर्व से बाघों का शिकार करते थे। वन विभाग की टीम इन सभी आरोपियों को जमशेदपुर लाई। इन आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। तस्करों के पास से तेंदुए की एक खाल के अलावा, हिरन की सींग और पशुओं को पकड़ने के लिए जाल व अन्य यंत्र बरामद हुए हैं। बरामद खाल की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है। इन सबको जेल भेजा जा रहा है। इन तस्करों के तार राजस्थान के सीआर गिरोह से जुड़े हुए हैं। डीएफओ सबा आलम अंसारी का कहना है कि वन विभाग की टीम पूरे मामले की तह तक जाने के लिए तहकीकात में जुट गई है। जल्द ही राजस्थान के सीआर गिरोह के लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
अब तक किया है 6 तेंदुआ व एक बाघ का शिकार
गिरफ्तार तस्करों ने डीएफओ सबा आलम अंसारी को पूछताछ में बताया है कि उन्होंने अब तक 6 तेंदुआ व एक बाघ का शिकार किया है। यह लोग पलामू बाघ रिजर्व में घुस कर बाघ व तेंदुआ का शिकार करते थे। डीएफओ का कहना है कि मामले की तफ्तीश जारी है। इस गिरोह में जो लोग भी हैं सबको गिरफ्तार किया जाएगा। डीएफओ ने बताया कि इनके पास बरामद तेंदुआ की खाल 6 साल पुरानी है। इन लोगों ने तेंदुआ का शिकार 6 साल पहले किया था। जाकिर हुसैन, दिनेश्वर सिंह और विजय यादव.
साकची में पकड़े गए तस्कर ने खोल दी पोल
वन विभाग को जानकारी मिली थी कि साकची में कुछ लोग तेंदुए की खाल बेच रहे हैं। इन लोगों ने कोलाकाता के किसी कारोबारी से संपर्क किया था। वन विभाग ने एक टीम बना कर इनको पकड़ने की योजना बनाई थी। वन विभाग के अधिकारियों ने खरीदार बन कर फोन पर अशोक विश्वकर्मा नामक तस्कर से संपर्क किया गया। आमबगान के एक होटल में वन विभाग के रेंजर दिग्विजय सिंह अपने अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे और फोन अशोक विश्वकर्मा को तेंदुए की एक खाल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि, एक युवक भाग निकला।
चाईबासा से गिरफ्तार हुए दो तस्कर
वन विभाग के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने गिरफ्तार तस्कर अशोक से पूछताछ की तो उसने चाईबासा के रहने वाले दो तस्करों श्याम कुजूर और सुरेश कुजूर के नाम बताए। बताया कि इन्हीं दोनों ने उसे तेंदुए की खाल बेचने के लिए दी थी। इस पर वन विभाग के अधिकारियों की टीम चाईबासा पहुंची और पुलिस की मदद से श्याम कुजूर और सुरेश कुजूर को गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों तस्करों को जमशेदपुर लाया गया और मानगो के वन विभाग के दफ्तर में ले जाकर पूछताछ की गई।
पलामू से पकड़े गए पांच तस्कर
डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि चाईबासा से गिरफ्तार किए गए तस्करों ने पूछताछ में दो तस्करों राजकुमार और विजय कुमार के नाम बताए। उन्होंने बताया कि उन्हें बाघ की खाल राजकुमार और विजय कुमार ने दी है। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने डीएफओ के निर्देश पर पलामू में छापामारी की और राजकुमार और विजय कुमार राम को अरेस्ट कर लिया गया। इन दोनों ने बताया कि इस पूरे गिरोह के मास्टर माइंड जाकिर हुसैन, दिनेश्वर सिंह और विजय यादव हैं। इसके बाद वन विभाग की टीम ने छापामारी करने के बाद इन तीनों तस्करों को भी गिरफ्तार किया और जमशेदपुर लाया गया। इन तीनों को यहां लाया गया और पूछताछ की गई। तीनों तस्करों ने पूछताछ में बताया कि उनके तार राजस्थान से जुड़े हुए हैं।