जमशेदपुर: आज कल की भाग दौड़ वाली ज़िन्दगी में स्ट्रेस लेना एक बहुत आम बात हो गई, पहले जहां सिर्फ बड़े बुज़ुर्ग ही स्ट्रेस का शिकार होते थे वहीं रीसेंट स्टडीज में पाया गया कि बच्चो में भी स्ट्रेस के कारण कई शारीरिक समस्याएं होती हैं। स्ट्रेस हमारे मेंटल हेल्थ के अलावा शारीरिक रूप से भी कमज़ोर बना देती है।
स्ट्रेस के कई symptoms होते हैं जैसे सिरदर्द, चक्कर आना, सीने में दर्द, चिड़चिड़ापन, शराब या नशीली दवाइयों का सेवन करना। हाल ही में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के दौरान कई एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स ने कहा स्ट्रेस डिप्रेशन का सबसे बड़ा कारण है। स्ट्रेस सिर्फ मेंटल हेल्थ को ही नहीं बल्कि यह स्किन को भी डैमेज करती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोई व्यक्ति अगर ज्यादा स्ट्रेस लेता है तो उसका सीधा प्रभाव उसके चेहरे पर दिखता है, इसे मेडिकल टर्म्स में स्ट्रेस स्किन बोला जाता है। स्ट्रेस लेने वाले इंसान के चेहरे पर पिम्पल्स या धब्बे जयदा निकलते हैं। मेडिकल रिसर्च की मानें तो स्ट्रेस का सीधा असर स्किन पर पड़ता है। स्ट्रेस की स्थिति में शरीर से कोर्टिसोल और अन्य स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होते हैं, जो त्वचा के सामान्य संतुलन को बाधित कर सकते हैं।
स्ट्रेस लेने पर स्किन में कौन-कऔन सी परेशानियां हो सकती हैं ?
ऑयली स्किन और पिम्पल्स: स्ट्रेस लेने से स्किन ऑयली हो सकती है, जिससे स्किन का ph लेवल बिगड़ सकता है और पिम्पल्स हो सकते हैं।
त्वचा में सूजन: स्ट्रेस लेने पर शरीर कोर्टिसोल के उच्च स्तर का उत्पादन करता है। यह मुख्य रूप से स्ट्रेस का हार्मोन है, जो त्वचा में सूजन के साथ कई सारी बीमारियों का कारण बनता है।
स्किन में दाग धब्बे: स्ट्रेस के कारण स्किन में सूजन हो सकती है, जिससे जलन महसूस होती है और दाग धब्बे भी आ जाते हैं।