गुलमोहर स्कूल ने मनाई अपनी 70 वीं वर्षगांठ
गुलमोहर स्कूल में आयोजित रीड्स लिटरेरी कार्निवल की खबर। इस कार्निवल में बच्चों में रीडिंग हैबिट को बढावा देने वाले प्रोग्राम आयोजित किए गए। इस कार्निवल में बुक फेयर भी लगाया गया। किताबों के तीन स्टाल लगाए गए थे। एक स्टाल पर दो क्लासेज की किताबें रखी गई थीं। शहर के चौंतीस एनजीओ और स्कूलों से तकरीबन छह सौ बच्चों ने इस कार्निवल में भाग लिया है।
सोशल मीडिया के चलते रीडिंग से दूर हो रहे बच्चे
अभी रील्स, शॉर्ट और सोशल मीडिया की इस दुनिया में बच्चे रीडिंग से दूर होते जा रहे हैं। वह किताबें नहीं पढते। इसलिए, गुलमोहर स्कूल ने अपनी अपनी इस वर्षगांठ के मौके पर बच्चों में रीडिंग हैबिट पैदा करने के लिए ये प्रोग्राम आयोजित किए हैं। बच्चों के लिए कई वर्कशाप आयोजित कर उन्हें बताया गया कि बिना रीडिंग किए हुए उनका काम चलने वाला नहीं है। बच्चों में पढाई की भावना जागे इसलिए यह कार्निवल आयोजित किया गया है।
तरह तरह के किरदार में नजर आए बच्चे
इस कार्निवल में गुलमोहर के बच्चे कई तरह के करेक्टर में रूपांतरित थे। यह बच्चे जो किरदार अपनाए हुए थे उन्हीं का डायलाग बोल रहे थे। उन्हें देख कर अन्य स्कूल के बच्चे काफी खुश हो रहे थे। गुलमोहर स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि इन बच्चों को तरह तरह के किरदार में ढाला गया है ताकि इन्हें देख कर बच्चों में पढाई के प्रति आकर्षण पैदा हो कि उन्होंने इस किरदार की पुस्तक नहीं पढी। इसे पढना चाहिए।
फैंसी ड्रेस में दे रहे थे रीडिंग हैबिट को बढावा
रीड्स लिटरेरी कार्निवल का शुभारंभ टाटा मोटर्स के प्लांट हेड सुनील कुमार तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल प्रीति सिन्हा सहित स्कूल के शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद थे। इस कार्यक्रम में बच्चों को अपनी संस्कृति, साहित्य, रचनात्मक और धार्मिक जानकारी के लिए फैंसी ड्रेस के माध्यम से पुस्तक के प्रति रुचि बढ़ाने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम के बारे में प्रिंसिपल प्रीति सिन्हा ने बताया कि विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चे वीडियो और कार्टून देखने के लिए डिजिटल डिवाइस का अधिक उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी एकाग्रता और पढ़ने के लिए धैर्य की कमी हो रही है। बच्चों में पढाई की रुचि पैदा हो इसे लेकर कार्निवाल का आयोजन किया गया है। विद्यार्थियों और उनके परिवारों के द्वारा दो हजार से अधिक पुस्तकें दान की गई हैं। इन्हीं किताबों को बुक स्टाल पर रखा गया है।