ऑस्ट्रेलिया ने विदेशी छात्रों की वीजा फीस में किया दोगुना इजाफा
दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया ने विदेशी छात्रों के लिए वीजा फीस में दोगुना इजाफा कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इस संबंध में सोमवार को आदेश जारी किया। माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार नहीं चाहती कि अधिक से अधिक विदेशी छात्र पढ़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचें। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की हाउसिंग मार्केट की स्थिति काफी खराब है। ऑस्ट्रेलिया ने वीजा की नई दरें 1 जुलाई से लागू कर दी हैं। पहले ऑस्ट्रेलियाई वीजा के लिए फीस 710 ऑस्ट्रेलियन डॉलर थी। अब इसे बढ़ा कर 1600 ऑस्ट्रेलियन डॉलर कर दिया गया है। साथ ही सरकार ने यह भी आदेश जारी किया है कि जो लोग विजिटर वीजा या टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुंचते हैं। वह अब स्टूडेंट वीजा के लिए अप्लाई नहीं कर सकते।
यानी अगर कोई छात्र विजिटर वीजा लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुंचता है या फिर वह टेंपरेरी ग्रेजुएट वीजा लेकर जाता है तो वह स्टूडेंट वीजा के लिए अप्लाई नहीं कर सकता। ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों का कहना है कि इस नए आदेश से ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय एजुकेशन सिस्टम को मजबूती मिलेगी और जल्द ही एक माइग्रेशन सिस्टम बनाया जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई सरकार की तरफ से मार्च में एक आधिकारिक डाटा जारी किया गया था। इसके अनुसार आस्ट्रेलिया में इमीग्रेशन 60% बढ़ गया है। जानकारों का कहना है कि वीजा फीस दोगुनी हो जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया में जाकर पढ़ना काफी महंगा हो गया है। जबकि अमेरिका और कनाडा में पढ़ाई वीजा फीस काफी सस्ती है। छात्रों के लिए अमेरिका में वीजा की फीस 185 डॉलर और कनाडा में 150 कनाडियन डॉलर है। सरकार का कहना है कि वीजा पॉलिसी में जो कमियां हैं उनको भी दूर किया जाएगा। इन कमियों का सहारा लेकर अक्सर विदेशी छात्र ऑस्ट्रेलिया में लगातार बने रहते हैं और अपने वीजा की अवधि को बढ़ते रहते हैं। कोविड के बाद से ऑस्ट्रेलिया की सरकार अपनी वीजा पॉलिसी को कड़ा बनती जा रही है। ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के सीईओ ल्यूक शीहे का कहना है कि सरकार की पॉलिसी एजुकेशन सेक्टर पर लगातार दबाव बना रही है। उनका कहना है कि ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज और देश की आर्थिक व्यवस्था के लिए यह बेहतर संकेत नहीं है। उनका कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालय विदेशी छात्रों की फीस पर निर्भर करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में विदेशी छात्रों का पढ़ना एक बड़ी एक्सपोर्ट इंडस्ट्री है। यह एक्सपोर्ट लगभग 36.4 ऑस्ट्रेलिया बिलियन डॉलर का है।